Bahut hi behtareen nazm. Kitne khoobsurat lafz aur vo bhi itihaas ki jhalkiyon ke saath. Maza hi aa gya.
4 yearsBahut hi behtareen nazm. Kitne khoobsurat lafz aur vo bhi itihaas ki jhalkiyon ke saath. Maza hi aa gya.
But here's mushlim support to Pakistan why
4 yearsBut here's mushlim support to Pakistan why
Wah! ज़बरदस्त क़ब्र के मुर्दों से क्यों तुम जंग छेड़े बैठे हो मिट गई तारीख़ वो, उस बात को मत छेड़िए
5 yearsWah! ज़बरदस्त क़ब्र के मुर्दों से क्यों तुम जंग छेड़े बैठे हो मिट गई तारीख़ वो, उस बात को मत छेड़िए
Reply: जज़्बात छेड़ नहीं रहे, हम तो बस आक्रांताओं के भूत भागने की कोशिश में हैं, ज़ुल्म जो १४०० सालों से पनप रहे शांति के धर्माधिकारियों के ख़ैमों में , बाहर- इर्द-गिर्द भी ; बस जवाब ढूंढ रहे - पश्चिम हिमालय हिन्दुकुश क्यों हैं? ऋषि कश्यप का कश्मीर रणभूमि क्यों हैं? बहोत सारे मंदिर आज कब्र-खाना और पश्चिमी असतालय क्यों हैं? भारतवर्ष के टुकड़े या टुकड़ों की ख्वाहिशें आज क्यों हैं? आर्य-सनातनी कुलपुत्र अरब के मुश्रिक़ क्यों हैं? परम वंदनीय गौ उनकी थाली की सजावट क्यों हैं? हिन्द की आबो-हवा के बाशिंदे अरब-अस्तांचल भक्त क्यों हैं? सुगोत्र थे जो, आज लुटेरों के वंश की पहचान क्यों हैं? आगे और भी बहोत कारवां-ए-सवाल हैं ; फील-हाल आपके लिए जवाब क्यों खोजे कि - जज़्बात क्यों छेड़ते हो...??!!
5 yearsReply: जज़्बात छेड़ नहीं रहे, हम तो बस आक्रांताओं के भूत भागने की कोशिश में हैं, ज़ुल्म जो १४०० सालों से पनप रहे शांति के धर्माधिकारियों के ख़ैमों में , बाहर- इर्द-गिर्द भी ; बस जवाब ढूंढ रहे - पश्चिम हिमालय हिन्दुकुश क्यों हैं? ऋषि कश्यप का कश्मीर रणभूमि क्यों हैं? बहोत सारे मंदिर आज कब्र-खाना और पश्चिमी असतालय क्यों हैं? भारतवर्ष के टुकड़े या टुकड़ों की ख्वाहिशें आज क्यों हैं? आर्य-सनातनी कुलपुत्र अरब के मुश्रिक़ क्यों हैं? परम वंदनीय गौ उनकी थाली की सजावट क्यों हैं? हिन्द की आबो-हवा के बाशिंदे अरब-अस्तांचल भक्त क्यों हैं? सुगोत्र थे जो, आज लुटेरों के वंश की पहचान क्यों हैं? आगे और भी बहोत कारवां-ए-सवाल हैं ; फील-हाल आपके लिए जवाब क्यों खोजे कि - जज़्बात क्यों छेड़ते हो...??!!
This is so influential. The voice of the narrator and the words of the poem are in absolute sync with each other
5 yearsThis is so influential. The voice of the narrator and the words of the poem are in absolute sync with each other
very impressive voice. Would like to know who is the narrator.
5 yearsvery impressive voice. Would like to know who is the narrator.
Conqueror
gazab bohot shii